Elevating Daily Life through Spirituality

राम – जो सब में रमा है और आप में भी रमा है
लक्ष्मण -जिसके मन का लक्ष्य केवल राम है
भरत – जो भगवान में रत है वहीं भरत है
शत्रुघ्न – जिसका कोई शत्रु नहीं और जिसकी चेतना सघन है
राम – जो सब में रमा है और आप में भी रमा है
लक्ष्मण -जिसके मन का लक्ष्य केवल राम है
भरत – जो भगवान में रत है वहीं भरत है
शत्रुघ्न – जिसका कोई शत्रु नहीं और जिसकी चेतना सघन है