प्रेम ज्ञान और भक्ति का मर्म
प्रेममय भक्ति का अनुभव
ज्ञान से प्रेम और प्रेम से भक्ति की महिमा
इस सत्संग में प्रेम के अनूठे रहस्य बताये गए हैं प्रेम जो मोह नहीं हैं प्रेम जो परमात्मा हैं
जानिए प्रेम ज्ञान और भक्ति की दिव्य महिमा
जाने बिनु न होई परतीति। बिनु परतीति होई नहिं प्रीति।। प्रीति बिना नहिं भगति दिढाई। जिमि खगपती जल कै चिकनाई।।