यह अवधूत कोटि का सत्संग है यह परम सत्य की व्याख्या है जो सभी तरह के ज्ञान से परे, आत्मज्ञान से परे, ब्रह्म ज्ञान से परे, और परे से भी परे है यह परम मुक्तिदायी है यह अवधूत वाणी है अर्थात ब्रह्म की वाणी है जो आपको आनंद के सर्वोच्च शिखर पर लेकर जाएगी यह परब्रह्म की शक्ति का अनुभव है इस अवधूत वाणी में सर्वोच्चतम सत्य की व्याख्या की गई है यह अति उत्तम सर्वोत्तम ज्ञान है जिसको सुनते ही आप परम स्वतंत्रता का अनुभव करते हैं यह स्वतंत्रता की उड़ान है चैतन्य आकाश में